पीएम श्री केवी रायवाला में तीन दिवसीय पुस्तक मेले का शुभारंभ प्राचार्य श्रीमती रीता इंद्रजीत सिंह के कर-कमलों द्वारा किया गया। इस अवसर पर उपप्राचार्य श्री संतोष कुशवाह एवं पुस्तकालयाध्यक्ष श्रीमती रुचि देवी भी उपस्थित थीं, जिन्होंने मेले की सफलता और उद्देश्य को लेकर अपने विचार साझा किए। शुभारंभ समारोह में श्रीमती रीता इंद्रजीत सिंह ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए पुस्तकों की महत्ता पर गहराई से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि पुस्तकें केवल ज्ञान का स्रोत नहीं, बल्कि विचारों और संवेदनाओं को विकसित करने का भी माध्यम हैं।
उन्होंने बताया कि पुस्तक मेले न केवल बच्चों को नई-नई जानकारियों से अवगत कराते हैं, बल्कि उनकी पढ़ने की आदतों को भी प्रोत्साहित करते हैं। ऐसे मेलों से बच्चे अपनी रुचि और पसंद के अनुसार पुस्तकें चुन सकते हैं, जो उनके बौद्धिक और मानसिक विकास में सहायक सिद्ध होती हैं।
श्रीमती सिंह ने यह भी कहा कि आधुनिक समय में जब डिजिटल माध्यमों का प्रचलन बढ़ रहा है, तब भी पुस्तकों का महत्व कम नहीं हुआ है। पुस्तकें एक स्थायी साथी की तरह होती हैं, जो हमेशा ज्ञान और मार्गदर्शन प्रदान करती हैं। उन्होंने विद्यार्थियों से आग्रह किया कि वे पुस्तक मेले का पूर्ण लाभ उठाएं और पढ़ाई के साथ-साथ ज्ञानवर्धन के लिए भी समय निकालें।
तीन दिवसीय इस पुस्तक मेले में विद्यालय के विद्यार्थियों की उत्साहपूर्ण भागीदारी देखने को मिल रही है। विद्यार्थी विभिन्न प्रकार की पुस्तकों के प्रति रुचि दिखा रहे हैं, जिससे यह मेला शिक्षा और ज्ञान के आदान-प्रदान का केंद्र बन गया है। मेले में साहित्य, विज्ञान, कला, और संस्कृति से संबंधित कई पुस्तकों का संग्रह उपलब्ध है, जिससे बच्चों को विभिन्न विषयों पर गहन जानकारी प्राप्त करने का अवसर मिल रहा है।
इस मेले का आयोजन विद्यार्थियों की पढ़ने की आदतों को प्रोत्साहित करने और उनके शैक्षिक विकास में योगदान देने के उद्देश्य से किया गया है। पुस्तक मेले के समापन तक, उम्मीद है कि यह मेला छात्रों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने में सफल रहेगा।
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